Wednesday 22 July 2020

Social Media Or Hum सोशल मीडिया और हम

-:जीवन और सोशल मीडिया:- 

जीवन बहुत छोटा है वह बनने के लिए जो की हम नहीं है आसान लगता है न सुनने में इस दुनिया में आज आप की हर क्रिया और प्रतिक्रिया को सोशल मीडिया नियंत्रित करता है प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 
        जाने अनजाने हम सभी इस दोड का हिस्सा बनते जा रहे है हम आभासी दुनिया में अपने को उस रूप में प्रस्तुत करते है जो हम नहीं है और हम यह सब इसलिए करते है यही आज का ट्रेंड / चलन है और हम न चाहते भी उसी को फॉलो करते है 
        जीवन का कुछ भी हो लेकिन यह नहीं होना चाहिए की आप जो नहीं हो सकते वह बनने की कोशिश में अपना सम्पूर्ण जीवन ही व्यर्थ कर दे 
           दुसरे रूप में यह सोचिये की , " अंत: में लोग आपको आपके नहीं अपने नजरिये से जज करेंगे इसलिए अपना जीवन दुसरो को प्रभावित करने के बजाय अपना जीवन खुद को प्रभावित करने के लिए जिए " यह वास्तव में बहुत गहरा सच है विशेष रूप से हमारी हाइपर कनेक्टेड आभासी दुनिया में जहाँ शाब्दिक रूप से आप जो कुछ भी करते है उसे पूरी दुनिया अपने नजरिये से देखती है और उस पर बहुत कठोरता से अपने निर्णय भी देतीहै 
        कुछ बिन्दुओ पर आप सोचने लगते हो वास्तव में आपके साथ कुछ गलत हो रहा है कुछ एसा है जिसे बदलने की आवश्यकता है मेरा मतलब है की आपके सुपर क्यूट ऑउटफिट को इन्स्टाग्राम पर कोई लाईक क्यों नहीं मिला या आपके किसी ट्विट को रीट्विट नहीं किया गया तो आप यह सोचने लगेंगे की शायद मेरे क्रिएशन  में कुछ कमी है लेकिन सच यह होता है की आपका क्रिएशन इतना चालाक नहीं था की वह दुसरे लोगो के दिमाग को भ्रमित कर पाता क्या एसा हो सकता है की आपके द्वारा किये पोस्ट की क्रिएटिविटी से ज्यादा उसमे प्रयाग किये गए फिल्टर्स और स्पेशल इफेक्ट्स लोगों को प्रभावित करते है जी हा आज की आभासी दुनिया में हर कोई यही कर रहा है और वह देखना भी यही चाहता है और इसी दोड़ में मनुष्य खुद से दूर होता जा रहा है 

तो कृपया आप सोशल मीडिया में रहते हुए भी यह याद् रखने की कोशिश करे की आप कौन है और क्या बनना चाहते है अपने लिए न की सोशल मीडिया के लिए 


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