Saturday 26 June 2021

How to do Vrikshasana वृक्षासन केसे करे

वृक्षासन केसे करे  How to do Vrikshasana 

वृक्षासन करने के लिए सबसे पहले आप ताड़ासन की मुद्रा खड़े हो जाये इसके पश्चात ताड़ासन में वजन को एक पैर में स्थानांतरित कर दिया जाता है, उदाहरण के लिए, बाएं पैर से शुरू करना। पैर का पूरा तलव फर्श के संपर्क में रहता है। दाहिना घुटना मुड़ा हुआ है और दाहिना पैर बायीं भीतरी जांघ पर, या आधा कमल की स्थिति में है। किसी भी पैर की स्थिति में, कूल्हे खुले होने चाहिए, जिसमें मुड़े हुए घुटने बगल की ओर हों। दाहिने पैर के पंजे सीधे नीचे की ओर इशारा करते हुए, बायां पैर, श्रोणि का केंद्र, कंधे और सिर सभी लंबवत संरेखित होते हैं। हाथों को आम तौर पर सिर के ऊपर रखा जाता है या तो सीधे ऊपर की ओर इशारा किया जाता है और अंजलि मुद्रा में एक साथ रखा जाता है। आसन आमतौर पर २० से ६० सेकंड के लिए आयोजित किया जाता है, साँस छोड़ते हुए ताड़ासन पर लौटना है, फिर विपरीत पैर पर खड़े होकर दोहराना है।


See the video for how to do vrakshasana at home :- 



वृक्षासन के लाभ Benifit of Vrakshasana 
1. वृक्षासन करने के पश्चात् आप अपने शरीर में एक नयी उर्जा का संचार महसूस करेंगे तथा आपके शरीर इस आसन को करने से हाथ पेरों और बाजुओ की मांसपेसियों में खिचाव उत्पन होता है जिसके प्रभाव से आप एक नयी ताजगी का अनुभव अपने अंदर करते है 
2. वृक्षासन आपके मन और मस्तिष्क को स्थिरता प्रदान करता है
3. वृक्षासन आपकी एकाग्रता बढाने में सहायक सिद्ध होगा 
4. वृक्षासन आपके पेरों को मजबूत बनाने में सहायता करता है तथा शरीर के संतुलन तथा जांघों के फेलाव में भी सहायक होता है.

विशेष सावधानी :- अगर आप लो - हाई ब्लड प्रेशर, माइग्रेन अथवा अनिंद्रा से ग्रसित है तो कृपया वृक्षासन न करें अथवा डॉक्टर की सलाह के पश्चात ही करें  


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